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मिना की भूमि की ओर बैतुल्लाहिल हराम के तीर्थयात्रियों की यात्रा की शुरुआत

19:06 - August 30, 2017
समाचार आईडी: 3471764
अंतर्राष्ट्रीय समूह: बैतुल्लाहिल हराम के तीर्थयात्रियों की यात्रा पैगंबर (स.व.) की परंपरा के पालन में मेना की भूमि के लिए कल 29 अगस्त को शुरू हो गई और उसी तरह जारी है ।

मिना की भूमि की ओर बैतुल्लाहिल हराम के तीर्थयात्रियों की यात्रा की शुरुआत

इंटरनेशनल कुरान न्यूज एजेंसी(IQNA) के लिऐ इरम न्युज़ समाचार साइट के मुताबिक, इस साल हज्जे तमत्तो के लब्बैक कहने वाले हीजी यात्रियों का पहला समूह, कल शाम, मेशअर मिना पहुंचा, जो ता अपने को तर्वीयह के लिऐ (आठ ज़िल्हिज का दिन) तैयार करें।

अब्दुल रहमान अल-मायूफ़ सऊदी पब्लिक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहाः बैतुल्लाहिल हराम के तीर्थयात्रियों का पहला समूह कल शाम 5 बजे मिना पहुंचा।

"मरवान शबान", मक्का वाणिज्य चैंबर के हज और Umrah समिति के अध्यक्ष ने इस संबंध में कहा, सऊदी तीर्थयात्रियों के लगभग 200 हजार लोग मंगलवार आधी रात में तर्वीयह दिन बिताने के लिए मिना पंहुचे और अरबी देशों, ईरान और तुर्की से अधिक्तम तीर्थयात्री आज मिना की भूमि में प्रवेश करेंगे।

इसी तरह, सऊदी रेड क्रास ने घोषणा की कि उसने पवित्र स्थानों में अपने 2,472 कर्मचारी सदस्यों को तैनात किऐ हैं और पवित्र स्थानों और इन के मार्गों में 51 अच्छी तरह से सुसज्जित सुविधाएं प्रदान की हैं।

इसके अलावा, 13,000 श्रमिक सैकड़ों कचरा ट्रक और उपकरण का उपयोग करके सफाई और एकत्र कर रहे हैं।

ईश्वर के घर के तीर्थयात्री तर्वीयह का दिन मक्का-मुकर्रमा के 7 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में मिना की भूमि पर बिताऐंगे।

तर्वीयह का दिन आठ ज़िल्हिज है और इस दिन के नाम रखने का कारण यह है कि मिना और अराफ़ात में पानी नहीं है और वह तीर्थयात्री जो मिना और अराफ़ात में रहने का इरादा रखते हैं, मक्का से अपने लिऐ पानी की आपूर्ति चाहिए और उन्हें अपने ले जाऐं इस तरह की स्थिति को तर्वीयह कहते हैं

मुस्तहब है कि तीर्थयात्री दोपहर में मिना पहुंचें और ज़ोह्र और असर, मग़्रिब और ईशा और सुबह की प्रार्थनाएं वहीं पढ़ते हैं और रात भी वहां बिताते हैं।

हाजी लोग गुरुवार सुबह मक्का से 12 किलोमीटर अराफात पर्वत की यात्रा के लिए निकलते हैं ता कि हज के एक प्रमुख तत्व को समायोजित करें और सूर्यास्त के साथ ही मुज़्दलेफ़ह की ओर बढ़ते हैं।

दसवें दिन की सुबह, वह समय है जिस दिन हाजी रम्ये जमरात,क़ुर्बानी,तक़्सीर,हल्क़ के लिऐ दोबारा मेना वापस आते हैं और तीन दिनों के लिए वहां ठहरते हैं और फिर भगवान के घर के तवाफ के लिए मक्का आते हैं।

प्रकाशित आंकड़ों के मुताबिक, इस साल के हज समारोह में करीब 2 मिल्यून 600 हज़ार तीर्थयात्री हैं, जो पिछले साल की तुलना में 800 हज़ार हाजी अधिक हैं।

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