अर्बईन के तीर्थयात्रियों के बारे में अब्बासी रौज़े की सूचना
अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) "कफ़ील" वर्ल्ड वाइड वेब साइट के हवाले से,इस सर्वेक्षण में जो कि उच्च तकनीक कैमरों द्वारा लिया गया, हुसैनी चालीसवें की ज़ियारत के प्रोग्राम पूरी अच्छी तरह से सबसे बड़ा मानव इज्तेमा और मुफ्त सेवाओं के रूप दुनिया में प्रलेखित किया गया है।
पवित्र अब्बासी रौज़े के न्यासी बोर्ड द्वारा बयान में आया है:
«السلام على الحسين وعلى عليّ بن الحسين وعلى أولاد الحسين وعلى أصحاب الحسين(عليهم السلام)
हज़रत अबू अब्दिल्लाह शहीदों के सर्दार व सैय्यद के चालीसवें के अवसर पर इमाम ज़मान (अ.ज.त.) और मराजेअ तक़्लीद व उम्मते इस्लाम की सेवा में सेंवेदना ब्यक्त करने के बाद,भगवान से दुआ है कि इस्लामी शहरों को हर मुश्किल से सुरक्षित रखे,तीर्थयात्रियों की इबादत व इताअत की क़ुबूली के साथ, इन्हें अपने घरों को सुरक्षित रूप से लौटाऐ,और दाइशी तक्फ़ीरियों के साथ लड़ाई में मुजाहिदीन के लिऐ , तीर्थयात्रा का सवाब अता करे।
कर्बला को यह गर्व है कि हुसैनी मिल्युनी चालीसवें के तीर्थ यात्रा के दौरान इमाम हुसैन (अ.) के तीर्थयात्रियों की सेवा करे। इस रास्ते में कर्बला के पवित्र धार्मिक स्थलों ने भी तीर्थयात्रियों की सेवा में सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाई।
इन सेवाओं में, तीर्थयात्रियों की बहुमूल्य रिकार्ड संख्या में स्थापित कैमरों द्वारा तीन केंद्रों बगदाद, कर्बला, नजफ, कर्बला और Babil, कर्बला दिवस 7 से 20 सफ़र 1438 एच तक दिन और शाम के दौरान।
रात के अंधेरों में लाइट की कमी व न देखे जाने के कारण चल रहे तीर्थयात्रियों और इसी तरह अलउतैशी- कर्बला व ऐनुत्-कर्बला के रास्ते की संख्या इस आंकड़े में नहीं है यह आंकड़े केवल उन लोगों के हैं जो कर्बला के रास्ते में पैदल चल रहे थे हैं और इस रास्ते में जनगणना की कुल संख्या में लोगों की 11,210,367 गिनती है।
भगवान से चाहते हैं कि सभी लोगों की सेवा क़बूल फ़रमाऐ और सब लोगों को अपनी रज़ा व ख़ुशनूदी के अनुसार काम करने की तौफ़ीक़ दे।